जबलपुर. दिवाली में रेलवे स्टेशनों पर भीड़ बढ़ रही है. इस भीड़ को नियंत्रित करने के लिए रेलवे ने कुछ स्टेशनों पर प्लेटफार्म टिकट के दाम में बढ़ोतरी कर दी है. पश्चिम मध्य रेलवे (पमरे) की ओर से सूचना मिली है कि त्योहार के बीच रेलवे स्टेशनों पर भीड़ नहीं बढ़े, इसके लिए रेल प्रशासन ने कड़ा फैसला किया है.
यह भाड़ा गुरुवार 31 अक्टूबर से 15 नवंबर तक प्रभावी रहेगा. एसीएम जबलपुर गुन्नन सिंह द्वारा जारी उक्त आदेश के अनुसार त्योहार के दौरान भीड़ को अस्थाई भाड़ा वृद्धि जबलपुर डिवीजन के 11 स्टेशनों में की गई हैं जिनमें जबलपुर स्टेशन सहित पिपरिया, नरसिंहपुर, मदन महल, कटनी, खजुराहो, मैहर, सतना, रीवा, सागर और दमोह स्टेशन के स्टेशन शामिल हैं. पमरे ने इन स्टेशनों पर प्लेटफार्म टिकट के वर्तमान मूल्य 10 रुपय से बढ़ाकर 50 रुपये कर दिया है.
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दिवाली और छठ के त्योहार अपने घर मनाने के लिए लोग क्या नहीं करते. पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के प्रवासी जहां भी रह रहे हैं, इन दिनों वहां से अपने घर की यात्रा कर रहे हैं. इस वजह से रेलवे स्टेशनों पर भीड़ बढ़ रही है. दिक्कत तब होती है जबकि यात्रा करने वाले लोगों को छोडऩे के लिए ढेर सारे लोग रेलवे स्टेशन पर पहुंच जाते हैं. इसी प्रवृत्ति पर लगाम लगाने के लिए पमरे ने जबलपुर डिवीजन ने 11 स्टेशनों पर प्लेटफार्म टिकट का दाम बढ़ा दिया है. अब इन स्टेशनों पर 50 रुपये में प्लेटफार्म टिकट मिलेगा.
कब तक लागू रहेगा यह फैसला
पमरे के अधिकारी बताते हैं कि दिवाली और छठ के मौसम में ढेर सारे लोग यात्रा कर रहे हैं. इन यात्रियों को छोडऩे के लिए भी काफी लोग स्टेशन पहुंच रहे हैं. इससे रेलवे स्टेशनों पर बेवजह भीड़ बढ़ रही है. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए ही प्लेटफार्म टिकट का दाम 10 रुपये से बढ़ा कर 50 रुपये किया गया है. यह फैसला 31 अक्टूबर से 15 नवंबर तक लागू रहेगा. यह एक अस्थायी उपाय है.
पहले भी बढ़ाए गए थे दाम
कोरोनाकाल में रेलवे स्टेशनों पर भीड़ को कम करने के मकसद से देशभर में कई रेलवे स्टेशनों पर प्लेटफॉर्ट टिकट को बहुत महंगा कर दिया गया था. उस समय रेल प्रशासन की तरफ से कहा गया था कि कोविड-19 के बढ़ते मामलों को रोकने और स्टेशनों पर भीड़ को कंट्रोल करने के लिए ऐसा किया गया है. कहीं इसका दाम 10 रुपये से बढ़ा कर 30 रुपये किया गया था तो कहीं 50 रुपये. बाद में स्थिति सामान्य हो जाने पर फिर से इसका दाम पूर्ववत कर दिया गया था.